भीगी बिल्ली बनना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Bhigi Billi Banana Meaning In Hindi
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Bheegi Billi Banana Muhavare Ka Arth Aur Vakya Prayog / भीगी बिल्ली बनना मुहावरे का अर्थ क्या होता है ?
Bhigi Billi Banna |
मुहावरा- “भीगी बिल्ली बनना” ।
( Muhavara- Bhigi Billi Banana )
अर्थ- डर जाना / भयभीत हो जाना / सहम जाना / डर से चुप हो जाना / लाचार हो जाना ।
( Arth/Meaning in Hindi- Dar Jana / Bhaybhit Ho Jana / Saham Jana / Dar Se Chup Ho Jana / Lachar Ho Jana )
“भीगी बिल्ली बनना” मुहावरे का अर्थ/व्याख्या इस प्रकार है-
“भीगी बिल्ली बनना” यह हिंदी भाषा में उपयोग होने वाला एक प्रचलित मुहावरा या कहावत है । इस मुहावरे का अर्थ यह होता है व्यक्ति किसी कारणवश डर जाए, भयभीत हो जाए, सहम जाए अथवा व्यक्ति किसी के सामने लाचार हो जाए ।
“भीगी बिल्ली बनना” मुहावरे का अर्थ है किसी भय या शर्म के कारण शांत और डरपोक हो जाना । यह मुहावरा तब प्रयोग किया जाता है जब कोई व्यक्ति किसी घटना या परिस्थिति के कारण साहसहीन और दब्बू हो जाता है ।
जैसे-
1. रोहन अपने सख्त बॉस के सामने हमेशा भीगी बिल्ली बना रहता है ।
2. चोरी पकड़े जाने पर भीमा भीगी बिल्ली बनकर चुपचाप खड़ा रहा ।
3. सोनू के बड़े भाई ने जब रिमा को डांटा तो वह भीगी बिल्ली बन गई और कुछ नही बोली ।
4. जब महेश के झूठ का पर्दाफाश हुआ तो वह भीगी बिल्ली की तरह नज़रे झुकाए खड़ा रहा ।
5. जनता के सामने सच उजागर होने पर नेता जी भीगी बिल्ली की तरह चुप हो गए ।
“भीगी बिल्ली बनना” यानी की डर के मारे सहम जाना । जैसे हमने देखा होगा कि हमारे घर में बिल्ली किसी सामान को नुकसान पहुचानें की कोशिश करती है, जैसे कि वह घर में रखे हुए दूध, दही, रोटी या कोई भी चीज को खाने की कोशिश करती है और उसी समय अचानक से घर का कोई सदस्य बिल्ली के सामने आ जाता है तो वह बिल्ली डर के मारे वहीं सहम कर बैठ जाती है या भयभीत होकर वहां से भाग जाती है । ठीक इसी प्रकार व्यक्तियों के अंदर भी इसे देखा जा सकता है या हम खुद ऐसे महसुस करते हैं ।
इस मुहावरे का अर्थ एक उदाहरण के माध्यम से समझते हैं -
गंगेश ने जब एक अजीब आवाज़ सुनी तो उसकी हालत भीगी बिल्ली जैसी हो गयी ।
गंगेश किसी काम से गाँव के बाहर गया हुआ था । आते हुए उसे रास्ते देर हो गई और रात का समय हो गया । गंगेश जब रात के समय में घर वापस आ रहा था तो उसे रास्ते में एक अजीब आवाज़ सुनाई दिया । गंगेश ने जब वह आवाज़ सुनी तो वह डर के मारे भयभीत हो गया । गंगेश उस अजीब सी आवाज़ को सुन कर इतना डर गया की उसी स्थान पर सहम कर उसी स्थान पर रुक गया । उसे कुछ समझ नही आ रहा था कि वह क्या करे । दोस्तों, गंगेश का उस अजीब आवाज़ को सुन कर भयभीत हो जाना ही या सहम कर उसी स्थान पर रुक जाना ही “भीगी बिल्ली बनना” कहलाता है ।
“भीगी बिल्ली बनना” मुहावरे का वाक्य प्रयोग / Bheegi Billi Banana Muhavare Ka Vakya Prayog.
“भीगी बिल्ली बनना” इस मुहावरे का अर्थ नीचे दिए गए कुछ वाक्य प्रयोगों के माध्यम से समझ सकते हैं, जो कि इस प्रकार से हैं -
वाक्य प्रयोग- 1.
गाँव में जब पुलिस की रेड पड़ी तो सभी अपराधी भीगी बिल्ली बन गए ।
पुलिस को उनके मुखबिर ने खबर दिया की गाँव में कुछ अपराधी छुपे हुए हैं । इस सूचना के मिलते ही पुलिस तुरंत चौकन्ना हो गयी । पुलिस ने उसी दिन आधी रात को गाँव में रेड डाल दी । पुलिस की रेड पड़ते ही सभी अपराधी भयभीत हो गये । चोर जीस स्थान पर छुपे हुए थे उसी स्थान पर डर कर चुप हो गये और अपने आप को बचाने के लिये वहीं सहम कर बैठे रहे । चोरों का पुलिस से डर कर भयभीत होना या सहम जाने को ही “भीगी बिल्ली बनना” कहते हैं ।
वाक्य प्रयोग- 2.
जंगल की गहराइयों से आने वाले अंजान आवाजों से सोनू भीगी बिल्ली बन जाता है ।
सोनू 10 साल का बच्चा है । सोनू कही भी अकेला नही जाता है । सोनू की माँ जब अपने मायके जाती तो उसे एक जंगल से होकर जाना पड़ता था । सोनू की माँ जब मायके जाती तो सोनू के अपने साथ ले जाती थी । रास्ते में जब वह जंगल आता और उस जंगल से जब अंजान आवाजें आतीं तो उन अंजान आवाजों को सुन कर सोनू डर से सहम जाता था और अपनी माँ को कस के पकड़ लेता था । सोनू उन आवाज़ो को सुन कर इतना भयभीत हो जाता था की वह तब तक अपनी आँखें नही खोलता जब तक जंगल पार ना हो जाए । सोनू का इस प्रकार से जंगल के उन अंजान आवाजों को सुन कर सहम जाना या डर से भयभीत हो जाना ही “भीगी बिल्ली बनना” कहलता है ।
वाक्य प्रयोग- 3.
बच्चे स्कूल में अपने अध्यापकों के हाथों में छड़ी देखते ही भीगी बिल्ली बन जाते हैं ।
बच्चों का तो काम ही है सरारत करना । बच्चे जब स्कूल में होते हैं तो वो अपने दोस्तों के साथ मिलकर और भी मस्ती करते हैं । बच्चों को मस्ती करते हुए जब उनके अध्यापक देखते हैं तो उन्हे मना करते हैं की ज्यादा मस्ती मत करो अपनी पढ़ाई पर ध्यान दो । पर बच्चे उनकी बातों को अनसुना करके सरारत और मस्ती करते रहते हैं । अध्यापक बच्चों को चुप कराने और उनके मस्ती और सरारत को रोकने के लिए जब छड़ी लेकर आते तो बच्चे अपने अध्यापक के हाथों में छड़ी देखकर भयभीत हो जाते हैं । बच्चे छड़ी देखकर इतने डर जाते कि वह मस्ती करना छोड़ कर भागने लगते और अपनी कक्षा में जाकर डर से चुप होकर बैठ जाते । अर्थात कि बच्चों का अपने अध्यापकों के हाथों में छड़ी को देखकर भयभीत हो जाना या डर से चुप हो जाना ही “भीगी बिल्ली बनना” कहलाता है ।
वाक्य प्रयोग- 4.
राज स्कूल से आने के बाद दिन भर घर के बाहर खेलता रहता है । पर जब भी उसके पिता जी उसे खेलने से मना करने के लिए उसे डाटतें हैं तो राज भीगी बिल्ली बन जाता है । यानी की राज अपने पिता जी का आवाज़ सुनते ही डर जाता है और खेलना बंद करके पढ़ाई करने बैठ जाता है । पिता जी के डाटनें से राज का डर जाने को ही “भीगी बिल्ली बनना” कहते हैं ।
वाक्य प्रयोग- 5.
अचानक से दीपा के कंधे पर हाथ रखते ही वह भीगी बिल्ली बन गयी ।
दीपा एकांत में बैठ कर अपनी पढ़ाई कर रही थी । तभी वहां पर उसकी सहेली आ गयी । दीपा की सहेली ने उसके कंधे पर जैसे ही हाथ रखा वह डर से सहम गयी । दीपा ने डरते हुए तुरंत पीछे देखा तो उसकी सहेली थी । दीपा ने अपनी सहेली से कहा की तुमने तो मुझे भयभीत कर दिया । दीपा ने अपनी सहेली से आगे कहा कि अचानक से तुम्हारे हाथ रखने से मेरी हालत तो भीगी बिल्ली जैसी हो गयी ।
दोस्तो, हम आशा करते हैं की आपको इस मुहावरे का अर्थ समझ में आ गया होगा । अपने सुझाव देने के लिए हमें कमैंट्स जरूर करें ।
आपका दिन शुभ हो ! 😊
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