राई का पहाड़ बनाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Rai Ka Pahad Banana Meaning In Hindi
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Rai Ka Pahad Banana Muhavare Ka Arth Aur Vakya Prayog / राई का पहाड़ बनाना मुहावरे का अर्थ क्या होता है?
Rai Ka Pahad Banana |
मुहावरा- “राई का पहाड़ बनाना” ।
(Muhavara- Rai Ka Pahad Banana)
अर्थ- किसी बात को बढ़ा चढ़ा कर बताना / छोटी सी बात का बतंगड़ बनाना / छोटे से मतभेद को बहुत बड़ा बनाना / छोटी बात को बढ़ा मुद्दा बना देना ।
(Arth/Meaning in Hindi- Kisi Bat Ko Badha Chadha Kar Batana / Chhoti Si Baat Ka Batangad Banana / Chhote Se Matbhed Ko Bahut Bada Banana / Chhoti Bat Ko Bada Mudda Bana Dena)
“राई का पहाड़ बनाना” मुहावरे का अर्थ/व्याख्या इस प्रकार है-
“राई का पहाड़ बनाना” यह हिंदी भाषा में प्रयोग किए जाने वाला एक महत्वपूर्ण मुहावरा है । इस मुहावरे का अर्थ किसी बात को बढ़ा चढ़ा कर बताना या छोटी सी बात को बड़ा मुद्दा बना देना होता है ।
राई का पहाड़ बनाना मतलब किसी छोटी बात को बड़ा बनाना या अधिकतम मायने देना होता है । इस मुहावरे का उपयोग अक्सर अपवादात्मक ढंग से किया जाता है ।
इस मुहावरे का अर्थ यह भी होता है कि किसी अद्भुत या आश्चर्यजनक घटना को बड़ा बनाना या उसे अत्यधिक महत्वपूर्ण बनाना ।
इस मुहावरे को उदाहरण के माध्यम से समझते हैं -
कपिल ने अपनी छोटी सी यात्रा को राई का पहाड़ बना दिया और उसे बड़ी खबर बना दी ।
कपिल इस बार माघ के महीने में माघ मेले के अवसर पर प्रयागराज गंगा स्नान करने के लिए गया था । और ये बात उसके सभी रिश्तेदारों को भी पता था और आस पास के लोगों को भी । कपिल जब गंगा स्नान कर के घर वापस आया तो उसने सबको अपनी यात्रा के बारे में बढ़ा चढ़ा कर बताना शुरु कर दिया । कपिल ने अपने इस छोटी सी यात्रा की बात को बड़ा मुद्दा बना दिया ।
इस उदाहरण में दिखाया गया है कि कपिल ने अपनी छोटी सी यात्रा को अधिक चर्चा का विषय बना दिया ।
“राई का पहाड़ बनाना” मुहावरे का वाक्य प्रयोग / Rai Ka Pahad Banana Muhavare Ka Vakya Prayog.
“राई का पहाड़ बनाना” इस मुहावरे का अर्थ नीचे दिए गये कुछ वाक्य प्रयोगों के माध्यम से समझा जा सकता है । जो कि इस प्रकार से है -
वाक्य प्रयोग- 1.
खेल-खेल में सोनू को चोट क्या लग गयी, उसकी दादी ने तो इसको राई का पहाड़ बना दिया ।
घर के बाहर सड़क पर पड़ोस के बच्चे आपस में मिलकर खेल रहे थे । खेलते समय सोनू किसी कारणवश गिर गया और उसे चोट लग गयी । सोनू को चोट लगने की बात जब उसके दादी को पता चली तो तुरंत ही वो शोर सराबा करने लगी । सोनू की दादी ने पूरे मोहल्ले में चोट लगने वाली बात को बड़ा मुद्दा बना दी । मोहल्ले के कुछ नौजवान लड़को ने सोनू की दादी को कहा कि क्या दादी जी आप भी इतनी सी बात का बतंगड़ बना रही हैं । बच्चे हैं आपस में खेल रहे थे, किसी से धक्का लग गया होगा या फिर अपने आप से गिर गया होगा । किसी ने सोनू को जानबूझ कर थोड़े ही चोट पहुंचाया है । दादी आपने तो इतनी सी छोटी बात को इतना बड़ा मुद्दा बना दिया ।
अर्थात कि दादी के द्वारा चोट लगने वाली छोटी सी बात को बड़ा मुद्दा बनाना ही “राई का पहाड़ बनाना” कहलाता है ।
वाक्य प्रयोग- 2.
भीम ने रास्ते में गिरे हुए पेड़ को हटा दिया और इस छोटी सी बात को राई का पहाड़ बना दिया ।
खेत की तरफ जाने वाली सड़क पर एक मध्यम आकार का पेड़ गिर कर वैसे ही कई दिनों से पड़ा हुआ था । पर किसी भी व्यक्ति ने उसे वहां से हटाने का प्रयास नही किया । एक दीन भीम नाम का एक व्यक्ति उसी रास्ते से अपनी बैलगाड़ी लेकर जा रहा था । तभी उसने देखा कि रास्ते में एक पेड़ गिर कर पड़ा हुआ है । भीम तुरंत अपनी बैलगाड़ी से उतर कर उस पेड़ को रास्ते से हटाने में लग गया । भीम ने कुछ ही देर के बाद उस पेड़ को रास्ते से हटा दिया । घर पहुंचते ही भीम ने पेड़ हटाने वाली छोटी सी बात को पूरे गाँव में घूम-घूम कर बढ़ा-चढ़ा कर बताने लगा । भीम कह रहा था कि आज तक किसी ने उस पेड़ को हटाने का प्रयास तक नही किया । पर मैंने उसे देखते ही हटा दिया । भीम ने इस बात को बहुत बड़ा मुद्दा बना दिया । अर्थात कि पेड़ हटाने वाली छोटी सी बात को बड़ा मुद्दा बनाने को ही “राई का पहाड़ बनाना” कहते हैं ।
वाक्य प्रयोग- 3.
खाने में नमक तेज़ हो जाने वाली बात को दिव्या की सास ने राई का पहाड़ बना दिया ।
दिव्या को ससुराल गए हुए अभी कुछ ही दिन बीते थे । दिव्या की सास ने उससे घर के पूरे सदस्यों के लिए अकेले खाना बनाने के लिए कहा । दिव्या पूरे मन से खुश होकर सबके लिए खाना बनाने में जुट गयी । दिव्या ने जब खाना बना कर तैयार कर दिया तो उसने सबको बोल दिया की खाना बनकर तैयार है, आप लोग खाने के लिए बैठ सकते हैं । दिव्या ने घर के सभी सदस्यों को खाना परोस दिया । दिव्या की सास ने जैसे ही एक निवाला मुँह में डाला तो जोर से चिल्ला कर कहने लगी कि खाने में इतना ज्यादा नमक कौन डालता है? तुम्हे इतना भी नही पता है कि खाने में कितना नमक डालना चाहिए । बाकी सभी सदस्यों को ये बात अच्छे से पता था कि ये झूठ में ही इतनी सी छोटी बात का बतंगड़ बना रही हैं । एक तो बेचारी ने अकेले इतना सारा खाना बनाई है, ध्यान नही गया होगा इसलिए थोड़ा नमक ज्यादा हो गया है । इसमें इस बात को इतना बढ़ा चढ़ा कर बताने की क्या जरूरत है? अर्थात की दिव्या की सास द्वारा नमक वाली छोटी सी बात का बतंगड़ बनाना ही “राई का पहाड़ बनाना” कहलाता है ।
दोस्तों, हमें उम्मीद है कि आपको इस मुहावरे का अर्थ समझ में आ गया होगा । अपने सुझाव देने के लिए हमें कमैंट्स जरूर करें ।
आपका दिन शुभ हो ! 😊
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