“कलेजा मुँह में आना” मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Kaleja Munh Mein Aana Meaning In Hindi

Diwaro Ke Kan Hona Muhavare Ka Arth Aur Vakya Prayog / दीवारों के कान होना मुहावरे का अर्थ क्या होता है ?
मुहावरा- “दीवारों के कान होना” ।
( Muhavara- Diwaron Ke Kaan Hona )
अर्थ- किसी गुप्त बात के प्रकट होने का खतरा / गोपनीय बात करते वक़्त कोई दूसरा सुन सकता है / किसी गोपनीय बात का बाहर आने का भय ।
( Arth/Meaning in Hindi- Kisi Gupt Baat Ke Prakat Hone Ka Khatra / Gopaniy Baat Krte Wqt Koi Dusra Sun Skta hai / Kisi Gopniya Baat Ka Bahar Ane Ka Bhay )
“दीवारों के कान होना” मुहावरे का अर्थ/व्याख्या इस प्रकार है-
“दीवारों के कान होना” यह हिंदी भाषा में उपयोग किए जाने वाला एक महत्वपूर्ण मुहावरा है । इस मुहावरे का अर्थ यह होता है कि किसी को गोपनीय बात करते हुए किसी दूसरे का सुन लेना या किसी गुप्त बात का प्रकट होने का खतरा होना ।
“दीवारों के कान होना” मुहावरे का शाब्दिक अर्थ है किसी स्थान में गुप्त रूप से बातें सुनने की क्षमता होना । इस मुहावरे का उपयोग किसी गुप्त या राजनितिक तरीके से बातचीत करने के लिए किया जाता है । यह मुहावरा अकस्मात या गुप्त रूप से बातें सुनने की क्षमता को दर्शाने के लिए प्रयुक्त होता है ।
“दीवारों के कान होना” व्यक्ति की चुगली और गुप्त सूचनाओं से जुड़ा है । इसका मतलब है किसी स्थान पर गुप्त रूप से बातें सुनने की प्रतिभा या योग्यता होना । इस मुहावरे का उपयोग विशेषकर उस स्थिति में किया जाता है जब किसी व्यक्ति या स्थान को गुप्त रूप से नजर अंदाज़ करके उससे रहस्यमय जानकारी प्राप्त करने की कोशीश किया जाता है ।
यह मुहावरा सामाजिक संदर्भो में बातचीत और रहस्यमयता को दर्शाने के लिए उपयोग होता है । इससे व्यक्ति की व्यक्तिगत और व्यावारिक जीवन में चुगली और गुप्त बातें समझने की क्षमता होने का संकेत मिलता है ।
इस मुहावरे को एक उदाहरण के माध्यम से समझते हैं -
एक समाज मे, व्यक्तियों को दूसरे की बातें सुनने की आदत होती है, और वह अकस्मात तथा गुप्त रूप से होने वाली घटनाओं को जानने की कोशिश करतें है, जिसे आमतौर पर “दीवारों के कान होना” कहा जाता है ।
“दीवारों के कान होना” मुहावरे का वाक्य प्रयोग / Deewaron Ke Kaan Hona Muhavare Ka Vakya Prayog.
“दीवारों के कान होना” इस मुहावरे का अर्थ नीचे दिए गए कुछ वाक्य प्रयोगों के माध्यम से समझ सकते हैं । जो कि इस प्रकार से हैं -
वाक्य प्रयोग- 1.
पुलिस को मिली सुरक्षित स्थान पर सीसीटीवी कैमरा ने दीवारों के कान होने की सुविधा प्रदान की ।
आजकल सीसीटीवी के हर जगह लगने से अपराधिक मामलों में काफी ज्यादा कमियां देखने को मिल रही हैं । अपराधी भी बहुत ही सजग हो गए हैं और किसी भी वारदात को अंजाम देने के लिए बहुत ही सतर्कता बरत रहे हैं । क्योंकि आजकल हर जगह पर अपराधियों की गोपनीय बात या घटना को बाहर लाने के लिए दीवारों के कान के रूप में सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है । सीसीटीवी कैमरा गुप्त या गोपनीय बातों या घटनाओं को पुलिस तक पहुचाने में बहुत ही उपयोगी साबित हो रहा है । अर्थात कि अपराधियों को पहचानने हेतु पुलिस के लिए सीसीटीवी कैमरा ही दीवारों के कान होने की भूमिका निभा रहे हैं ।
वाक्य प्रयोग- 2.
राजनितिक व्यक्ति अकस्मात बातचीत को अच्छे से सुनने के लिए अपने स्टाफ को दीवारों के कान बनाए रखता है ।
इसका मतलब यह है कि जो भी व्यक्ति राजनितिक से जुड़ा हुआ होता है, वह अपने स्टाफ को सतर्क किए रहता है कि अचानक से हुई किसी भी गुप्त बात को या गोपनीय जानकारी को अच्छी तरिके से सुन कर अपने तक पहुचाने के लिए उनको दीवारों के कान होने की तरह रखे रहते हैं ।
वाक्य प्रयोग- 3.
रमेश अपने दोस्त के साथ मिलकर रात में चोर को पड़कने की योजना बना रहा था । योजना पर बात करते हुए रमेश के दोस्त ने कहा कि जरा धीरे-धीरे से योजना की बात करते है, नही तो हमारी ये गुप्त बात कोई भी सुन सकता है । रमेश के दोस्त ने आगे कहा कि मै ये बात इसलिए कह रहा हूं क्योंकि दीवारों के भी कान होते हैं ।
वाक्य प्रयोग- 4.
राजू जब स्कूल से घर वापस आ रहा था तो उसे रास्ते में पड़ा एक बैग मिला । राजू ने जब उस बैग को खोलकर देखा तो वो आश्चर्यचकित हो गया, क्योंकि उस बैग में बहुत सारे रुपये थे । राजू चुपचाप उस बैग को लेकर अपने घर आ गया । राजू ने जब ये सारी बातें अपनी माँ को बता रहा था तो उसकी माँ ने उसे डाटते हुए कहा कि, राजू ये बात धीरे से बोलो वरना अगर किसी ने सुन लिया तो हम लोगों के लिए दिक्कत हो जाएगी । राजू की माँ ने कहा कि देखो राजू ये बात अब कभी मत करना क्योंकि दीवारों के भी कान होते हैं ।
वाक्य प्रयोग- 5.
कुछ डाकू एक गाँव में डाका डालने की योजना बना रहे थे । योजना में कुछ गुप्त बातें हो रही थी कि किस प्रकार से डाका डाला जायेगा । इस डकैती में किसी क्या भूमिका रहेगी । योजना के बिच में एक साथी ने कहा कि अरे यार थोड़ा धीरे से योजना की बात करों, अगर किसी ने सुन हमारी योजना के बारे में सुन लिया तो सारा किये कराये पर पानी फिर जायेगा । इसलिए हम सब को गोपनीय तरिके से डाका डालने की योजना बनाएंगे, क्योंकि दीवारों के भी कान होते हैं । अगर किसी से चुक हो गयी तो हम सब पकड़े जाएंगे । अतः कोई भी योजना बनाते समय हम सब को ये याद रखना होगा कि हमारी बातें कोई सुने न क्योंकि दीवारों के भी कान होते हैं ।
दोस्तों, हमें उम्मीद है कि आपको इस मुहावरे का अर्थ समझ में आ गया होगा । अपने सुझाव देने के लिए हमें कमैंट्स जरूर करें ।
आपका दिन शुभ हो !😊
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