“कलेजा मुँह में आना” मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Kaleja Munh Mein Aana Meaning In Hindi

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Kaleja Muh Me Ana Muhavare Ka Arth Aur Vakya Prayog / कलेजा मुंह में आना मुहावरे का क्या अर्थ होता है?   Kaleja Muh Me Ana

आँख का तारा होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Aankh Ka Tara Hona Meaning In Hindi

Aankh Ka Tara Hona Muhavare Ka Arth aur Vakya prayog / आँख का तारा होना मुहावरे का अर्थ क्या होता है ? 

 

आँख का तारा होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Aankh Ka Tara Hona Meaning In Hindi
आँख का तारा होना



मुहावरा- “आँख का तारा होना” । 


( Muhavara- Aankh Ka Tara Hona )



अर्थ- किसी का अत्यधिक प्रिय होना / बहुत प्यारा होना / किसी का अत्यंत दुलारा होना


(Arth/Meaning in Hindi- Kisi Ka Atyadhik Priya Hona / Bahut Pyara Hona / Kisi Ka Atyant Dulara Hona )



“आँख का तारा होना” मुहावरे का अर्थ/व्याख्या इस प्रकार है-


आँख का तारा होना” यह हिंदी भाषा में उपयोग होने वाला एक महत्वपूर्ण मुहावरा है । इस मुहावरे का अर्थ किसी का अत्यधिक प्रिया होना या बहुत प्यारा या दुलारा होना होता है ।


“आँख का तारा होना” इस मुहावरे का एक दूसरा अर्थ यह होता है कि किसी के लिए बहुत अधिक मौन या आत्मसमर्पण से कार्य करना या किसी की बहुत अधिक सुनी जाना । इस मुहावरे का उपयोग उत्तम या प्रमुख स्थानों में होने के लिए किए जाने वाले उत्कृष्ट कार्यो के लिए किया जाता है । 


जैसे


राजकुमार ने विज्ञान प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त किया, और उसने आँख का तारा होना दिखाया ।



उदाहरण-


श्रवण कुमार अपने माता-पिता के लिए आँख का तारा थे ।


श्रवण कुमार के माता-पिता अंधे थे । श्रवण कुमार ही उनकी आँखे थे । श्रवण कुमार अपने माता-पिता को अपने कंधे पर रख कर पुरी दुनिया घुमाते और सबके बारे में उन्हे बताते थे । एक दिन श्रणव कुमार की मृत्यु हो गयी । राजा दसरथ के शब्दभेदी बाणों ने श्रवण कुमार के प्राण हर लिए । श्रवण कुमार अपने माता-पिता के इकलौते संतान थे । श्रवण कुमार अपने माता-पिता के अत्यंत दुलारे थे । श्रवण कुमार के मृत्यु होते ही उनके माता-पिता का सहारा उनसे छीन गया । अर्थात कि श्रवण कुमार अपने माता-पिता के लिए आँख का तारा थे ।



“आँख का तारा होना” मुहावरे का वाक्य प्रयोग / Aankh Ka Tara Hona Muhavare Ka Vakya Prayog.


आँख का तारा होना” इस मुहावरे का अर्थ नीचे दिए गए कुछ वाक्य प्रयोगों के माध्यम से समझ सकते हैं । जो कि इस प्रकार से है-



वाक्य प्रयोग- 1.


राज अपनी बहन गीता का आँख का तारा है । 


राज की बहन गीता का कुछ दिनों मे शादी होने वाली है । जब से गीता की शादी लगी है तब से गीता बहुत चिंतित रहती है । क्योंकि गीता अपने छोटे भाई राज को बहुत प्यार करती है । गीता को अपने भाई राज से बहुत लगाव है । शादी के बाद राज का ध्यान कौन रखेगा इसी बात का चिंता गीता को सताता रहता है । अर्थात कि राज का गीता के लिए प्यारा होना ही आँख का तारा होना कहलाता है ।



वाक्य प्रयोग- 2.


सभी बच्चे अपने माता-पिता के आँख के तारे होते हैं । 


माता-पिता अपने बच्चों को बहुत दुलार करते है । वे अपने बच्चों को को कभी भी अपने से दूर नही रखना चाहते है । सभी माता-पिता को अपने बच्चों से ये उम्मीद होती है कि उनके बच्चे बड़े होकर अपने माता-पिता का देख भाल करें । माता-पिता हर प्रकार की परेशानियों को सह कर अपने बच्चों को प्रेम पूर्वक पालते हैं । अर्थात कि हम ये कह सकते है कि सभी बच्चे अपने माता-पिता के अत्यधिक प्रिय होते हैं मतलब कि आँख का तारा होते हैं ।



वाक्य प्रयोग- 3.


राजू के विदेश चले जाने के बाद उसकी माँ बहुत उदास रहने लगी क्योंकि वह अपनी माँ का आँख का तारा था ।


राजू अपनी माँ का एकलौता बेटा है । राजू के घर की स्थिति बहुत ही दयनीय है । इसी को देख कर राजू कमाने के लिए विदेश जाना चाहता है, जिससे की उसके घर की स्थिति में सुधार हो सके । राजू की माँ अपने प्रिय बेटे को अपने से दूर नही भेजना चाहती हैं । वह चाहती हैं कि राजू हमेशा उनके पास ही रहे । लेकिन राजू के बार-बार ज़िद करने की वजह से उसकी माँ उसके विदेश जाने के लिए सहमत हो गयी । राजू जब विदेश चल गया तो उसकी माँ बहुत उदास रहने लगीं । क्योंकि राजू अपनी माँ का आँख का तारा था ।



वाक्य प्रयोग- 4.


अगर कोई किसी व्यक्ति का बहुत ही प्यारा और दुलारा है, तो ये हम कह सकते हैं कि वह उस व्यक्ति का आँख का तारा होने के समान हैं ।


प्रभु श्री राम अपने पिता राजा दशरथ के सबसे प्रिय और बहुत ही दुलारे बेटे थे । जब श्री राम जी बनवास जाने लगे तो ये राजा दशरथ जी से सहन नही हो पाया और वो मूर्च्छित होकर गिर गए । दशरथ जी श्री राम से बहुत प्यार करते थे । दशरथ जी अपने दुलारे बेटे श्री राम के बियोग में अपने प्राण त्याग दिए । मतलब कि दशरथ जी अपने बेटे श्री राम जी के बिना जीवित नही रह पाए क्योंकि उन्हे श्री राम जी से अत्यधिक प्रेम था । यहि कारण है कि श्री राम के वनवास जाते ही राजा दशरथ के प्राण निकल गए क्योंकि श्री राम राजा दसरथ जी के आँख के तारे थे ।



वाक्य प्रयोग- 5.


अपनी पत्नी और बच्चे को बचाने के लिए रमेश नदी में कूद गया, क्योंकि दोनों उसके आँख के तारे हैं ।


रमेश अपनी पत्नी और बच्चे के साथ नाव पर सवार होकर नदी के उस पार जा रहा था । नदी में थोड़ी सी लहर आने के वजह से नाव दगमगाने लगी । उसी समय कुछ लोग नाव से नीचे गीर गए । जिसमें रमेश की पत्नी और उससे बेटे भी थे । रमेश अपनी जान की परवाह किए बिना अपनी पत्नी और बच्चे को बचाने के लिए नदी में कूद गया, क्योंकि वो दोनो रमेश के बहुत ही प्रिय थे । अर्थात कि रमेश के लिए पत्नी और बच्चों का प्रिय होना ही आँख का तारा होना कहलाता है ।


दोस्तों, हम आशा करते हैं कि आपको इस मुहावरे का अर्थ समझ में आ गया होगा । अपने सुझाव देने के लिए हमें कमैंट्स जरूर करें ।


आपका दिन शुभ हो । 😊


धन्यवाद । 🙏





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