चोर की दाढ़ी में तिनका मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Chor Ki Dadhi Me Tinka Meaning In Hindi
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Chor Ki Dadhi Me Tinka Muhavre Ka Muhavre Ka Arth Aur Vakya Prayog / चोर की दाढ़ी में तिनका मुहावरे का अर्थ क्या होता है?
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चोर की दाढ़ी में तिनका |
मुहावरा- “चोर की दाढ़ी में तिनका” ।
( Muhavara- Chor Ki Dadhi Me Tinka )
अर्थ- अपराधी के अंदर भय प्रकट होना / अपराधी का शंकाग्रस्त होना / दोषी व्यक्ति का स्वयं डरना ।
(Arth/Meaning in Hindi- Apradhi Ke Andar Bhay Prakat Hona / Apradhi Ka Shankagrast Hona / Doshi Vyakti Ka Swayam Darna )
“चोर की दाढ़ी में तिनका” मुहावरे का अर्थ/व्याख्या इस प्रकार है-
“चोर की दाढ़ी में तिनका”, यह हिंदी भाषा में प्रयुक्त होने वाला एक प्रचलित मुहावरा है । इस मुहावरे का अर्थ व्यक्ति जो कि अपराधी है उसके अंदर भय का प्रकट होना या दोषी व्यक्ति का स्वयं डर जाना कि अब वह पकड़ा जाएगा होता है ।
जैसे-
1. घर में पैसों की चोरी होने पर मालिक ने हम सब को एक साथ इकट्ठा होने को कहा । मैंने देखा कि टोनी के अंदर भय प्रकट हो रहा था । मै तो समझ गया कि चोर की दाढ़ी में तिनका है ।
2. राजन के घर जब पुलिस आई तो महेश शंकाग्रस्त हो गया । महेश ने कोई अपराध किया था इसलिए वह स्वयं डर गया कि अब वह पकड़ा जाएगा । मतलब साफ है कि यहा भी चोर की दाढ़ी में तिनका है ।
3. अपराधी अपने किए हुए अपराध की गंभीरता को समझ गया । उसके अंदर भय और पछतावा प्रकट होने लगा कि अब वह पड़का आएगा ।
4. चेतन अपनी गलतियों के परिणाम से घबराकर बचने की कोशिश कर रहा था, क्योंकि वह शंकाग्रस्त हो गया था कि एक दिन वह जरूर पकड़ा जाएगा ।
5. मैनेजर के पूछताछ के दौरान राज के हाव भाव को देख कर ये पता चल गया कि चोर की दाढ़ी में तिनका है । और अंत में राज स्वयं पकड़ा गया क्योंकि उसने फाइल में कोई गड़बड़ी की थी ।
“चोर की दाढ़ी में तिनका” मुहावरे का वाक्य प्रयोग / Chor Ki Dadhi Me Tinka Muhavare Ka Vakya Prayog.
“चोर की दाढ़ी में तिनका” इस मुहावरे का अर्थ नीचे दिए गए कुछ वाक्य प्रयोगों के माध्यम से समझ सकते हैं, जो कि इस प्रकार से हैं -
वाक्य प्रयोग- 1.
राघव और उसके चार मित्र ट्रेन से काशी यात्रा पर जा रहे थे । रास्ते में ही राघव का मोबाइल चोरी हो गया । राघव को अपने आस पास के लोगो पर सक हुआ । उसने बोला की जो भी मेरा मोबाइल चोरी किया है वो लौटा दे नही तो मैं सबकी जेब चेक करूंगा । इतना सुनते ही चोर घबरा गया और उसके अंदर पकड़े जाने का भय होने लगा । राघव ने देखा की एक आदमी कुछ घबराया हुआ और भागने की कोशिश कर रहा है । राघव समझ गया कि चोर की दाढ़ी में तिनका है अर्थात कि मोबाइल इसी व्यक्ति ने चुराया है । राघव फुर्ती से उस व्यक्ति को पकड़ लिया और उसकी जेब चेक किया । उस व्यक्ति के जेब से कई चोरी किया हुआ मोबाइल मिला । राघव का भी मोबाइल उसी ने चुराया था । फिर उस व्यक्ति को लोगों ने पुलिस के हवाले कर दिया । अर्थात कि अपराधी व्यक्ति के अंदर भय प्रकट होना ही चोर की दाढ़ी में तिनका होने के समान है ।
वाक्य प्रयोग- 2.
अफसरों में से किसी एक ने देश की ख़ुफ़िया जानकारी को लिक करने की कोशिश किया । पर ये बात हेड अफसर को पता चल गयी कि किसी ने ख़ुफ़िया जानकारी को लिक करने की कोशिश की है । फिर अगले दिन हेड अफसर ने सभी अफसरों को अपने ऑफिस में मीटिंग के लिए बुलाया । जब सभी अफसर मीटिंग के लिए आ गये तो हेड अफसर ने जानकारी को लिक करने वाली बात को सभी के सामने रखा और कहा कि आप मे से ही किसी एक ने देश की ख़ुफ़िया जानकारी को लिक करने की कोशिश की है । ये बात सुनते ही एक अफसर के हाव भाव बदल गये । वह अफसर असहज महसूस करने लगा । वह डर गया की अब वह पकड़ा जायेगा । उसकी हरकत को देख कर हेड अफसर को समझ में आ गया कि चोर की दाढ़ी में तिनका है । हेड अफसर ने तुरंत उस चोर अफसर को आगे बुलाया और गुनाह कबूल करवाया । अर्थात कि ये स्पष्ट होता है कि अपराधी व्यक्ति अपने हाव भाव से ही अपने लिए मुशीबत खड़ी कर लेता है, और स्वयं की गलती की वजह से पकड़ा जाता है ।
वाक्य प्रयोग- 3.
क्लास मे प्रिंस की पेंसिल गुम हो गयी तो उसने टीचर से शिकायत किया कि मेरी पेंसिल गायब हो गयी है किसी ने ले लिया है । प्रिंस ने टीचर को बताया कि उसने सभी बच्चो से पूछा की अगर कोई मेरा पेंसिल लिया है तो कृपया करके वापस लौटा दो । पर किसी ने भी ये नही कहा कि मैने लिया है । सभी बच्चों ने मना कर दिया कि किसी ने तुम्हारी पेन्सिल नही ली है । फिर टीचर ने बच्चों को चेतावनी दी कि अगर किसी ने प्रिंस की पेंसिल ली है तो उसे वापस कर दो वरना मैं पकडूँगा तो उसे धूप में खड़ा कर दूँगा । टीचर के इतना कहने के बाद भी किसी ने ये नही कहा की पेंसिल मैनें लिया है । फिर टीचर ने देखा कि क्लास में टोनी डर रहा है । टीचर समझ गये कि पेंसिल टोनी ने ही लिया है इसलिए वो स्वयं के पड़के जाने के दर से भयभीत हो रहा है । मतलब कि ये स्पष्ट होता है कि चोर की दाढ़ी में तिनका टोनी पर सटीक बैठ रहा है क्योंकि पेंसिल उसी चुराई थी ।
दोस्तों, हम उम्मीद करते हैं की आपको इस मुहावरे का अर्थ समझ में आ गया होगा । आप अपने सुझाव देने के लिए हमें कमैंट्स कर सकते हैं ।
आपका दिन शुभ हो ।
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