“तन्हाई” हिन्दी कहानी / Hindi Story Tanhai

Image
Hindi Kahani Tanhai / Sleeping Time Night Story In Hindi / हिन्दी कहानी तन्हाई ।   Hindi Story "Tanhai" कहानी : मनोरमा की तन्हाई सूरज की आखिरी किरणें धरती को अलविदा कह रही थीं, और आसमान का रंग धीरे-धीरे गहरा नीला हो रहा था। हल्की ठंडी हवा में पेड़ों के पत्ते सरसराहट कर रहे थे। एक छोटे से पहाड़ी गाँव में, जहां समय मानो थम सा गया था, वहीं एक घर था—पुराना, कुछ झुका हुआ, लेकिन उसमें एक अजीब सी शांति बसी हुई थी। इस घर में अकेली रहती थी मनोरमा मनोरमा की उम्र साठ के करीब थी। सफेद बाल, माथे पर हल्की झुर्रियाँ और आँखों में एक अनकहा दर्द। लोग उसे देखकर सोचते थे कि वह बहुत खुश है क्योंकि उसके चेहरे पर हमेशा एक शांत मुस्कान होती थी, लेकिन अंदर से वह टूट चुकी थी। वह गाँव में सबकी मदद करती, बच्चों को कहानियाँ सुनाती और बुढ़ों के साथ समय बिताती, फिर भी उसके दिल में एक खालीपन था जिसे वह किसी से बांट नहीं पाती थी। बचपन का दर्द मनोरमा का जीवन हमेशा से ऐसा नहीं था। वह बचपन से ही चंचल और हंसमुख लड़की थी। उसके माता-पिता बेहद प्यार करने वाले थे, और उसका जीवन खुशियों से भरा था। लेकिन अचानक एक दिन,

हिन्दी कहानी “अंधेरी रात” / डरावनी कहानियाँ / Hindi Horror Story Andheri Raat

 

Hindi Kahani Andheri Raat / Darawani Kahaniya / Horror Story In Hindi / पुरानी हवेली / Purani Haweli

 
हिन्दी कहानी “अंधेरी रात” / डरावनी कहानियाँ / Hindi Horror Story Andheri Raat
Hindi Story "Andheri Raat"






कहानी अंधेरी रात :


एक ठंडी और अंधेरी रात थी। आसमान काले बादलों से ढका हुआ था, और चारों ओर सन्नाटा पसरा हुआ था। गांव के बाहर एक पुरानी हवेली थी, जो अब वीरान पड़ी थी। उस हवेली की छत टपक रही थी और दीवारों पर काई जम चुकी थी। गांव वाले कहते थे कि इस हवेली में कभी कोई आया तो वापस नहीं लौटा। हवेली के अंदर किसी आत्मा का वास था, और हर पूर्णिमा की रात को वहां से अजीब-अजीब आवाज़ें आती थीं।


उस दिन भी पूर्णिमा की रात थी। चांद बादलों के पीछे से झांक रहा था, लेकिन उसकी रोशनी धरती पर नहीं पड़ रही थी। गांव के युवा लड़कों में से एक, आर्यन, हमेशा से उन कहानियों पर शक करता था। उसे नहीं लगता था कि हवेली में कुछ अलौकिक है। उसे लगा कि यह सिर्फ एक अफवाह है, जिससे गांव वाले डरते हैं।


आर्यन के दोस्तों ने उसे चुनौती दी, "अगर तुम इतना ही बहादुर हो तो उस हवेली में जाकर दिखाओ।"


चुनौती स्वीकार करते हुए, आर्यन ने तय किया कि वह उस रात हवेली में जाएगा। उसके दोस्त, मोहित, करण, और निशा भी उसके साथ जाने को तैयार हो गए। सभी ने सोचा कि यह एक रोमांचक अनुभव होगा, और वे एक-दूसरे का हौसला बढ़ाते हुए हवेली की ओर चल पड़े।


हवेली के पास पहुंचते ही उन्हें एक अजीब सी ठंडक महसूस हुई, जो हड्डियों तक घुस गई। हवेली के बड़े और भारी दरवाजे को देखकर मोहित ने कहा, "शायद ये बंद होगा। वापस चलते हैं।" लेकिन आर्यन ने दरवाजे को धक्का दिया, और उसकी चरमराहट के साथ दरवाजा खुल गया।


अंदर घुसते ही एक अजीब सी बू हवा में फैली थी। सीढ़ियों की ओर बढ़ते हुए उनके कदमों की आहट गूंजने लगी। करण ने मज़ाक में कहा, "क्या हो अगर यहां कोई भूत सच में हो?" निशा ने उसे चुप रहने का इशारा किया और कहा, "हम यहां सिर्फ यह साबित करने आए हैं कि कोई भूत-प्रेत नहीं होते।"


वे धीरे-धीरे हवेली के अंदर गहराई तक जाने लगे। हर कमरे का दरवाजा खोलते ही वहां धूल और मकड़ी के जाले ही मिले। लेकिन जैसे ही वे सबसे बड़े हॉल में पहुंचे, एक जोरदार आवाज हुई, जैसे कोई भारी चीज़ गिर गई हो। सभी सहम गए, और उनकी सांसें तेज हो गईं।


मोहित ने कांपती आवाज़ में कहा, "ये क्या था?" आर्यन ने हिम्मत दिखाते हुए कहा, "शायद ये हवेली पुरानी है, इसलिए कुछ गिर गया होगा। डरने की जरूरत नहीं है।" लेकिन फिर एक और जोरदार आवाज़ आई, और इस बार हवेली की छत से एक झटके से हवा का झोंका अंदर आया, जिससे खिड़कियां ज़ोर से बजने लगीं।


अब सभी को डर लगने लगा था, लेकिन आर्यन ने खुद को शांत रखते हुए कहा, "चलो, ऊपर की ओर चलते हैं।" वे सीढ़ियों की तरफ बढ़े, लेकिन निशा के पैर अचानक ठिठक गए। उसे लगा कि किसी ने उसके कंधे पर हाथ रखा है। उसने मुड़कर देखा, लेकिन वहां कोई नहीं था। उसके चेहरे पर पसीना छलकने लगा, और वह घबरा गई।


"यहां कुछ सही नहीं है," उसने धीमी आवाज़ में कहा। लेकिन आर्यन ने उसे ढांढस बंधाया और आगे बढ़ने के लिए कहा।


वे सब ऊपर पहुंच गए। वहां एक बड़ा कमरा था, जिसके दरवाजे पर जंग लगा ताला था। आर्यन ने ताले को तोड़ने की कोशिश की, और आखिरकार दरवाजा खुल गया। जैसे ही दरवाजा खुला, उनके सामने एक अंधेरी गुफा जैसी जगह खुल गई। कमरे के बीचों-बीच एक पुराना लकड़ी का बक्सा रखा था, जो देखने में बहुत रहस्यमयी लग रहा था।


करण ने मजाकिया लहजे में कहा, "शायद इसमें कोई खजाना हो!" आर्यन ने बक्से की ओर बढ़ते हुए कहा, "देखते हैं क्या है इसके अंदर।" उसने बक्से का ढक्कन उठाया, और जैसे ही उसने ढक्कन खोला, हवेली की सारी बत्तियां अचानक जलने लगीं।


सभी चौंक गए, क्योंकि वहां कोई बिजली नहीं थी। बक्से के अंदर एक पुरानी किताब रखी थी। किताब पर धूल जमी हुई थी, और उसके ऊपर कुछ अजीब चिह्न बने हुए थे। आर्यन ने किताब को उठाने के लिए हाथ बढ़ाया, तभी हवेली में ज़ोर की हंसी गूंजने लगी।


अब तक आर्यन भी डरने लगा था। उन्होंने किताब को हाथ नहीं लगाया और भागने का फैसला किया। सभी जल्दी से बाहर की ओर भागे, लेकिन जैसे ही वे दरवाजे के पास पहुंचे, दरवाजा अपने आप बंद हो गया। उन्हें लगने लगा कि हवेली में कुछ गड़बड़ है।


मोहित ने डरते हुए कहा, "हमें यहां से जल्दी निकलना होगा।" निशा की आंखों में आंसू थे। वह दरवाजे को खोलने की कोशिश कर रही थी, लेकिन दरवाजा नहीं खुल रहा था। तभी अचानक से हवेली की सारी खिड़कियां भी जोर से बंद हो गईं।


अब उनकी हालत गंभीर हो गई थी। आर्यन ने चिल्लाकर कहा, "कोई है? हमें बाहर जाने दो!" लेकिन कोई जवाब नहीं आया। हवेली की दीवारों पर हलचल होने लगी, जैसे वहां किसी की परछाईं चल रही हो। करण ने कहा, "ये जगह शापित है। हमने गलती कर दी।"


आखिरकार, उन्होंने सोचा कि उन्हें किसी तरह हवेली से बाहर निकलने का रास्ता खोजना होगा। तभी निशा को दीवार पर एक छोटा सा दरवाजा दिखाई दिया। वह दौड़कर उस दरवाजे की ओर गई और उसे धक्का दिया। दरवाजा खुल गया, और वे सब एक छोटे से रास्ते से होकर बाहर निकलने में कामयाब हो गए।


जैसे ही वे हवेली के बाहर पहुंचे, उन्हें ऐसा लगा जैसे किसी ने उनकी पीठ से भारी बोझ हटा लिया हो। हवेली अब पीछे छूट चुकी थी, लेकिन उसके अंदर जो डरावनी ताकत थी, वह उनके दिलों में गहरी छाप छोड़ गई। आर्यन ने गहरी सांस ली और कहा, "शायद गांव वालों की कहानियां सच थीं। हमें इस हवेली में दोबारा कभी नहीं जाना चाहिए।"


वे सब वापस गांव की ओर चल पड़े, लेकिन उस रात का डर हमेशा उनके दिलों में बसा रहा। हवेली के बारे में उनके विचार हमेशा के लिए बदल गए थे। अब वे जानते थे कि कुछ रहस्य ऐसे होते हैं, जिन्हें खुला छोड़ देना ही बेहतर होता है।


अंधेरी रात खत्म हो चुकी थी, लेकिन हवेली के अंदर की कहानी शायद कभी खत्म नहीं होगी।



यह कहानी आपको कैसी लगी ये बताने के लिए आप हमें कमेंट्स जरूर करें ।



Comments

Popular posts from this blog

कम्प्यूटर किसे कहते हैं? / What is computer in hindi?

प्रिंटर क्या होता है? परिभाषा, प्रकार और इतिहास / What Is Printer In Hindi

आस्तीन का सांप मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Aasteen Ka Saanp Meaning In Hindi

कलई खुलना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Kalai Khulna Meaning In Hindi

गागर में सागर भरना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Gagar Me Sagar Bharna Meaning In Hindi

पौ बारह होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Pau Barah Hona Meaning In Hindi

अन्धे के हाथ बटेर लगना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Andhe Ke Hath Bater Lagna Meaning In Hindi

काला अक्षर भैंस बराबर मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Kala Akshar Bhains Barabar Meaning In Hindi

पेट में चूहे दौड़ना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Pet Mein Chuhe Daudna Meaning In Hindi

ऊँट के मुंह में जीरा मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Oont Ke Muh Mein Jeera Meaning In Hindi